रिश्ते में कोई एक....

हर रिश्ते में कोई एक ही ऐसा होता है..... जो दूसरे की ख़ुशी के लिए क़दम-क़दम पर अपनी भावनाओं से समझौता करता है
.....जो उस रिश्ते को बड़ी से बड़ी कीमत पर भी सहेज कर रखना चाहता है
.....जो उस रिश्ते से मिलने वाली एक मुस्कान के लिए हर दर्द को अपनाता है
.....जो उस रिश्ते को दिल कि गहराइयों से महसूस करता है
...... लेकिन यही एक तो उस रिश्ते को ईमानदारी से जी पाता है ना !!!

3 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत सही लिखा है।

अमिताभ मीत said...

आहा !

कमाल. मुझ-से इंसान को भी सोचने पर आमादा कर दिया ! बहुत सही बात कही है हुज़ूर ..... काश हर कोई .... खैर ..

बहरहाल. शुक्रिया.

Udan Tashtari said...

सत्य वचन.